Echo

हिमाचल में भाजपा को नई टीम के लिए कप्तान की तलाश

शिमला ( अनिल पंवार) :-हिमाचल प्रदेश में भाजपा नें ब्लॉक, जिला स्तर पर संगठनात्मक चुनाव करवाकर अपनी टीम तैयार कर ली है। लेकिन खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बताने वाली भाजपा अभी तक इस टीम के लिए कप्तान का चुनाव नहीं कर पाई है और इसके लिए भाजपा आलकमान को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।  केंद्र में मजूबत नेतृत्व के दवाब में हिमाचल प्रदेश के भाजपा नेता भले ही बाहर से एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रहे है। लेकिन प्रदेश के भाजपा नेताओं की दिल्ली दरबार में केंद्रीय नेताओं से अलग अलग मुलाकातें इस बात की परिचायक है कि भाजपा में भी अंदर खाते सबकुछ ठीक नहीं है। भाजपा ने 25 जनवरी तक सभी संगठनात्मक चुनाव पूरे करने की समय सीमा तय की थी लेकिन आज 14 फरवरी होने के बाद भी प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो पाया है। इसके लिए भाजपा नेता भले ही दिल्ली चुनावों का हवाला दें लेकिन यह साफ संकेत है कि प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भाजपा में भी अंदरखाते खूब खींचतान चल रही है।

बीते दिनों राज्यसभा सांसद सिकन्दर कुमार के बाद वीरवार को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर व भाजपा के दो विधायकों सुधीर शर्मा व आशीष शर्मा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। भाजपा नेताओं की इस मुलाकात ने हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल बड़ा दी है। इस मुलाकात को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति से जोड़कर देखा जा रहा है। जिसके कारण हिमाचल भाजपा में खलबली मची हुई है।

भाजपा अध्यक्ष की रेस में कौन-कौन नेता शामिल

हिमाचल प्रदेश में भाजपा आलाकमान के सामने प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति करना चुनौती बनी हुई है। हिमाचल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की रेस में कई दिग्गज नेता शामिल है। भाजपा अध्यक्ष की रेस में सबसे पहले वर्तमान अध्यक्ष राजीव बिंदल मजबूत दावेदार है बिंदल दो बार भाजपा अध्यक्ष बन चुके है लेकिन एक बार भी वह कार्यकाल पूरा नही कर पाए है ऐसे में उनकी दावेदारी मजबूत है लेकिन भाजपा आलाकमान उन्हें तीसरी बार मौका देगा इसके चांस लग रहे है। इसके अलावा बिलासपुर से विधायक त्रिलोक जम्वाल , कांगड़ा-चम्बा से सांसद राजीव भारद्वाज , राजसभा सांसद सिकंदर कुमार , सुलह से विधायक विपिन परमार ,विधायक बिक्रम ठाकुर सहित महिला कोटे से राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी भी दावेदार मानी जा रही है।वहीं हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में गए नेता भी भाजपा में अपना वर्चस्व बनाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे है। इसके अलावा बीते दिनों भाजपा के एक गुट ने पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष के नाम को प्रदेश अध्यक्ष की रेस में आगे करने की खबर ने प्रदेश की सियासत में खलबली मचा दी थी। बीते दिनों छपी खबर में दावा किया गया था कि भाजपा पार्टी सूत्र बताते है कि भाजपा में जयराम विरोधी गुट ने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उनके नाम का प्रस्ताव किया है। ताकि नेता प्रतिपक्ष के रूप में किसी नए नेता की लॉटरी खुल सके।

क्या कहते हैं सियासी समीकरण

वहीं हिमाचल प्रदेश के सियासी पण्डितों का कहना है कि भाजपा में कुछ भी होना संभव है। लेकिन सियासी समीकरणों के अनुसार बात करें तो भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हिमाचल से आते है केंद्र में उनकी मजबूत पकड़ है बिलासपुर उनका गृह जिला है उनके जिले से त्रिलोक जम्वाल आते है ऐसे में यदि नड्डा उनके नाम की सिफारिश करेंगे तो उनकी दावेदारी मजबूत है। वहीं बीते दिनों पूर्व सीएम जयराम ठाकुर की दिल्ली में पीएम मोदी से हुई मुलाकात के बाद छपी खबरें कहती है कि उन्होंने राज्यसभा सांसद सिकंदर कुमार व लोकसभा सांसद राजीव भारद्वाज प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उनकी पसंद है। लेकिन भाजपा आलाकमान वर्तमान अध्यक्ष राजीव बिंदल व वरिष्ठ भाजपा नेता विपिन परमार व बिक्रम ठाकुर की भी अनदेखी नहीं कर सकते है।

बिंदल ने बनाई दिल्ली दरबार से दूरी

पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर बीते कुछ दिनों में दिल्ली के कई दौरे कर चुके है। जयराम ठाकुर ने पीएम मोदी , राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बाद वीरवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है।  लेकिन अभी तक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल की केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की कोई तस्वीर सामनें नहीं आई है। उनके दिल्ली दरबार मे हाजरी न लगाने से प्रदेश में भाजपा नेताओं की बेचैनी बड़ा रखी है।

Share:
Share:
Comment
Leave A Comment