कौन है सीपी राधाकृष्णन ? जिन्हें NDA ने अपना उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया, यहां जानें?
भाजपा के अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को एनडीए को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन 2024 से महाराष्ट्र के 24वें और वर्तमान राज्यपाल हैं। वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य रहे हैं और कोयंबटूर से दो बार लोकसभा सांसद चुने गए थे। इसके अलावा, वे तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में जन्म
सीपी राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में हुआ। कृष्णन भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे हैं और वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। राधाकृष्णन ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत आरएसएस और जनसंघ से की। वे 1998 और 1999 में कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गए। उन्होंने 2003 से 2006 तक तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
झारखंड के राज्यपाल भी रहे राधाकृष्णन
सीपीराधाकृष्णन फरवरी 2023 से जुलाई 2024 तक झारखंड के राज्यपाल रहे। इसके अलावा, उन्होंने मार्च से जुलाई 2024 तक तेलंगाना का अतिरिक्त प्रभार और मार्च से अगस्त 2024 तक पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाला। 31 जुलाई 2024 से वे महाराष्ट्र के राज्यपाल के पद पर कार्यरत हैं।
तमिलनाडु में निकाली 93 दिनों की रथ यात्रा
तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के रूप में 2004-2007 के दौरान उन्होंने 93 दिनों की रथ यात्रा निकाली। इस यात्रा का उद्देश्य नदियों को जोड़ना, आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता फैलाना और अस्पृश्यता का उन्मूलन था। संसद में वे वस्त्र उद्योग पर स्थायी समिति के अध्यक्ष भी रहे। इसके अलावा कई वित्तीय एवं सार्वजनिक उपक्रमों से संबंधित समितियों में अहम भूमिका निभाई।
21 अगस्त नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि
बता दें कि उपराष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। अगर विपक्ष भी अपने उम्मीदवार की घोषणा करता है ( जिसकी प्रबल संभावना है ) तो 9 सितंबर को चुनाव होगा। एनडीए को निर्वाचक मंडल ( लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य शामिल ) में पूर्ण बहुमत प्राप्त है। मतदान की स्थिति में सत्तारूढ़ गठबंधन के उम्मीदवार की जीत निश्चित है।
कैसे होता है चुनाव..?
दरअसल, निर्वाचक मंडल की प्रभावी संख्या 781 है, जिसमें सत्तारूढ़ एनडीए को कम से कम 422 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है। उपराष्ट्रपति चुनाव में पार्टी व्हिप लागू नहीं होता, क्योंकि इसमें गुप्त मतदान होता है। गौरतलब है कि जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा देने के कारण यह चुनाव कराना पड़ रहा है। ।
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