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भाजपा सरकार में आउटसोर्स पर नौकरियां देने के लिए शिमला में चलती थी प्राइवेट एक्सचेंज :- चंद्रशेखर

    धर्मपुर के कांग्रेस विधायक चंद्रशेखर ने आरोप लगाया है कि पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान शिमला में आउटसोर्स आधार पर नौकरी देने के लिए प्राइवेट एक्सचेंज चलती थी.. उन्होंने इसे चलती फिरती एंप्लॉयमेंट एक्सचेंज करार दिया.. उन्होंने आरोप लगाया कि हिमाचल विश्वविद्यालय हो या मंडी विश्वविद्यालय हो वहां भर्तियों में धांधलियां हुई,यूजीसी के कायदे कानून लागू नहीं किए गए.. आउटसोर्स एजेंसी ने तो नौकरियों के लिए लेनदेन भी किया.. उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व सरकार के समय पुलिस भर्ती का पेपर लीक हुआ था.. लेकिन दोषियों पर उचित कार्रवाई नहीं हुई.. इस पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस विधायक असत्य बोल रहे हैं.. पेपर लीक का उन्हें मुख्यमंत्री रहते हुए रात को 8:00 बजे पता चला तो तत्काल एफआईआर दर्ज करवाई ..सुबह 9:00 बजे SIT गठित की और उसके तुरंत बाद उन्होंने पेपर रद्द करने का ऐलान किया.. उन्होंने कहा कि आरोपियों को बाहरी राज्यों से भी पकड़ा गया.. जेल के सलाखों के पीछे धकेला गया.. उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के वरिष्ठ लोग ही झूठ बोलते हैं तो फिर जूनियर भी झूठ बोलने लगे हैं. कांग्रेस विधायक ने पूर्व भाजपा सरकार के दौरान विभिन्न परीक्षाओं के लीक हुए पेपर मामलों को प्रमुखता से उठाया.. उन्होंने 100 करोड़ की पाइप खरीद पर भी सवाल उठाया.. यह 2 साल से बिना इस्तेमाल की पड़ी हुई है.. उन्होंने कहा कि सिंचाई की योजनाएं कागज में ही चल रही है.. पुलिस पेपर घोटाले की स्क्रिप्ट किसने लिखी.. विपक्ष यह जरूर बताएं.. आउटसोर्स आधार पर नौकरियां देने के लिए शिमला से सर्टिफिकेट क्यों लेने पड़ते थे..उन्होंने इस पर श्वेत पत्र लाने तथा नियुक्तियों में हुई कथित अनियमिताओं की प्रदेश सरकार से जांच करवाने की मांग उठाई.. इस पर विपक्ष के विधायकों का यह कहना था कि मौजूदा सरकार कांग्रेस की है.. अगर कहीं भी भ्रष्टाचार हुआ है तो उसकी सरकार जांच क्यों नहीं करती? जांच करने से किसने रोका है।   

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