EVM पर देश में घमासान , PCC अध्यक्ष प्रतिभा - CM सुक्खू का अलग अलग ब्यान
देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस गठबंधन को करारी हार मिली है। गठबंधन की हार के बाद देशभर में विपक्ष एक बार फिर ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहा है. भाजपा विरोधी राजनीतिक दल
EVM को लेकर अलग अलग राय दे रहे है। लेकिन हिमाचल प्रदेश में EVM को लेकर कांग्रेस में ही दो मत है। जहां सोमवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी ईवीएम की विश्वासनीयता पर सवाल खड़े किए. वहीं हिमाचल पीसीसी चीफ प्रतिभा सिंह ने हाईकमान या सीएम के ब्यान से थोड़ी हटकर राय रखी है। शिमला में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ईवीएम की जगह बैलट पेपर पर चुनाव करवाने की मांग को दोहराया है. लेकिन इसी मामले पर हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के विचार मुख्यमंत्री व हाई कमान से अलग है।
क्या है प्रतिभा सिंह की राय
प्रतिभा सिंह ने शिमला में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कहा, "एआईसीसी की बैठक में भी यह बात उठी थी. हमारे नेताओं ने भी ईवीएम पर शंका होने की बात कही थी, लेकिन मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ किया जा सकता है. यह काम भारत सरकार और चुनाव आयोग का है. यह उन्हें ही देखना है. हम चाहें बैलट पेपर से चुनाव हो, तो यह हमारे चाहने से नहीं हो सकता. चुनाव आयोग के पास कोई ठोस शिकायत आएगी, तब वह इसके बारे में विचार करेगा. यह कहना कि ईवीएम हटाकर बेलट पेपर से चुनाव हो, तो यह कोई छोटा मुद्दा नहीं है".
सीएम सुक्खू ने क्या कहा था.?
सोमवार को सुबह ही शिमला में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ईवीएम की जगह बैलट पेपर पर चुनाव करवाने की मांग को दोहराया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि खुद टेक्नोलॉजी के ज्ञाता एलन मस्क भी कह चुके हैं कि टेक्नोलॉजी को हैक किया जा सकता है. ऐसे में लोगों के शक को दूर करने के लिए बैलट पेपर पर चुनाव करवाए जाने चाहिए.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बयान से हटकर प्रतिभा सिंह के इस बयान ने सुर्खियां बटोरना शुरू कर दी है. गौर हो कि इससे पहले जब साल 2022 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव हुए थे, तो उससे पहले मई, 2022 में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बतौर कांग्रेस कैंपेन कमेटी चेयरमैन बैलट पेपर पर चुनाव करवाने के लिए कहा था.
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