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स्कूली बच्चों को मिलेगी फाइनेंशियल लिटरेसी, करियर अवेयरनेस, लाइफ स्किल की शिक्षा

समग्र शिक्षा ने स्कूली शिक्षा की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए प्रदेश के सरकारी स्कूलों के 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों को फाइनेंशियल लिटरेसी, करियर अवेयरनेस, लाइफ स्किल की शिक्षा प्रदान करने का फैसला लिया है। इसके लिए समग्र शिक्षा हिमाचल ने मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के साथ एक करार (एमओयू) किया हैं। यही नहीं इसके साथ ही 6वीं से 8वीं कक्षा के बच्चों के लिए हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड लागू किया जाएगा। समग्र शिक्षा की ओर से राज्य परियोजना निदेशक राजेश शर्मा  और मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन की ओर से इसके रीजनल डायरेक्टर प्रत्युष दास  ने  एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

समग्र शिक्षा ने मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के साथ  मिलकर  हिमाचल में एक नया कार्यक्रम शुरू किया है,  जिसका उद्देश्य सरकारी स्कूलों के 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों को रोजगार शिक्षा से जोड़ना और  हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड (एचपीसी) को अपनाना है। इसके तहत छात्रों को एम्प्लॉयबिलिटी एजुकेशन प्रोग्राम (ईईपी) के जरिए वित्तीय साक्षरता ( Financial literacy), करियर की समझ (Career Awareness) और जीवन कौशल ( life Skills) पर शिक्षा दी जाएगी। इसके अलावा 6वीं से 8वीं कक्षा के छात्रों के लिए  हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड (एचपीसी) का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों की प्रोग्रेस का आकलन कई क्षेत्रों में किया जाएगा और  इससे उनका समग्र विकास सुनिश्चित होगा।
इस एमओयू के बाद स्कूल के शिक्षकों और मास्टर ट्रेनरों की क्षमता को बढ़ाया जाएगा ताकि वे छात्रों का कौशल-आधारित मूल्यांकन कर सकें, मूल्यांकन के मापदंड (रूब्रिक्स) तैयार कर सकें और नौकरी के लिए आवश्यक शिक्षा के मॉड्यूल्स को प्रभावी ढंग से लागू कर सकें। समग्र शिक्षा और मैजिक बस संस्था, जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान (DIETs) और राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (SCERT) के साथ मिलकर यह काम करेंगे।
मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन  के साथ इस करार के बाद शिक्षकों को ज़रूरी संसाधन और सहयोग मिलेगा, जिससे वे छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण देकर उन्हें 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार कर सकेंगे। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 और नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF) 2023 के लक्ष्यों के अनुरूप है, जो शैक्षणिक और व्यावसायिक रूप से सक्षम युवाओं को तैयार करने पर बल देती है।

शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता दर्शा रहा यह कदमः राजेश शर्मा

समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने समग्र शिक्षा के माध्यम से सरकार की इस पहल पर कहा कि यह शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए मील का पत्थर साबित होगी।  उन्होंने कहा कि मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के साथ समग्र शिक्षा का यह एमओयू हिमाचल की शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने की प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।  उन्होंने कहा कि इस शिक्षक-संचालित रोजगार शिक्षा कार्यक्रम और हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड के माध्यम से हम प्रदेश के युवाओं को जरूरी कौशल और ज्ञान के साथ सशक्त करेंगे ताकि वे भविष्य के अवसरों के लिए तैयार हो सके और उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो।
राजेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने शिक्षकों को आवश्यक साधनों और प्रशिक्षण के साथ सशक्त बना रही हैं, जिससे वे योग्यता-आधारित मूल्यांकन कर सकें।  सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि प्रदेश के युवा भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हों और वे राज्य की प्रगति में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
 
 स्कूली बच्चों को जीवन कौशल और रोजगारपरक शिक्षा से लैस करेगी पहलः रस्तोगी

मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के ग्लोबल सीईओ जयंत रस्तोगी ने कहा, "हम मानते हैं कि शिक्षा में बदलाव लाने की ताकत है, जो अगली पीढ़ी को सशक्त बना सकती है। हिमाचल सरकार के साथ हमारी इस भागीदारी के जरिए हम स्कूली बच्चों, खासकर लड़कियों को जीवन कौशल और रोजगारपरक शिक्षा से लैस कर रहे हैं। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि वे स्कूल से कामकाजी जीवन (workforce) तक का सफर आसानी से तय कर सकें।
उन्होंने कहा कि स्कूलों में जल्दी रोजगारपरक शिक्षा का मौका मिलने से युवाओं की भविष्य में नौकरी के लिए बेहतर तैयारी होगी। इस तरह हिमाचल के युवा तेजी से बदलते नौकरी के बाजार में सफलतापूर्वक आगे बढ़ सकेंगे। 



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