क्या होती हैं क्रिकेट की सिंथेटिक ग्रास पिचें ?
क्रिकेट की सिंथेटिक ग्रास पिचें बनाने के लिए फाइबर के रेशों को मशीन की मदद से इनमें रोपा जाता है। इसमें मशीन के माध्यम से जमीन के करीब नौ इंच तक की प्राकृतिक घास को आर्टिफिशल घास के साथ बांध दिया जाता है। इससे पिच सदाबहार हरी रहती है और इनकी लाइफ ज्यादा होती है। इन पिचों पर 10 दिनों तक लगातार मैच कराया जा सकता है और इनकी कम मरम्मत की जरूरत होती है। ये पिचें बल्लेबाज और बॉलर दोनों के अनुकूल होती है।
हिमाचल में एचपीसीए की धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में सिंथेटिक ग्रास पिचें है। वहीं अब बिलासपुर के लुहणू क्रिकेट मैदान में सिंथेटिक ग्रास (ग्रास स्टिचिंग) पिचें बनाकर तैयार कर दी गई हैं।
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