हिमाचल में सितंबर से दिसंबर तक होगी पशुधन गणना
हिमाचल प्रदेश में पशुधन की गणना होने जा रही है। पशुधन गणना सितंबर से शुरू होगी जो कि दिसंबर तक चलेगी। पशुधन गणना को लेकर आज शिमला में एक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें गणना के लिए इस्तेमाल होने वाली मोबाइल एप और डिजिटल टूल का प्रशिक्षण संबंधित कर्मचारियों को दिया गया। कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि पशुधन गणना हर घर एवं गौशाला में की जाएगी ताकि गणना से पशुधन का परफेक्ट डाटा एवं विस्तृत जानकारी उपलब्ध हो सके।
हर पांच साल बाद होती है पशुधन गणना
देश में हर पांच साल बाद पशुधन गणना की जाती है। सितंबर में शुरू होने वाली 21 वीं पशुधन गणना है, जबकि इससे पहले 2019 में 20वीं पशुधन गणना कराई गई थी। 2019 की गणना के अनुसार, हिमाचल प्रदेश की कुल पशुधन आबादी 44.13 लाख थी, जिनमें से 18.28 लाख मवेशी और 6.47 लाख भैसें थीं। पशुधन गणना में मवेशी, भैंस, भेड़, बकरी, सूअर, घोड़े, टट्टू, खच्चर, गधे, ऊँट और मुर्गी पालन सहित अन्य पशुधन शामिल की जाएंगी हैं। वहीं नस्ल-वार स्वदेशी और विदेशी नस्लों पर आंकड़े एकत्रित किए जाएंगे। प्रदेश के सभी 12 जिलों के राजस्व ग्रामों में पशुधन की गणना सुनिश्चित की जाएगी।
चुनौतियां एवं बाधाएं
पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण पशुगणना हेतू प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए कई प्रकार की चुनौतियों एवं बाधाएं पेश आ सकती है, लेकिन पशु पालन विभाग को इन सभी चुनौतियों एवं बाधाओं को पार कर पशु गणना को सुनिश्चित करना होगा।
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