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आपदा से निपटने के लिए जिला मुख्यालयों में स्थापित होंगे ड्रोन स्टेशन

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू  ने महिला गृह रक्षकों को 180 दिन का मातृत्व अवकाश प्रदान करने, प्रदेश के बाहर तैनाती के दौरान गृह रक्षकों के दैनिक भत्ते को 60 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये करने की घोषणा की, जिसके लिए आगामी बजट में प्रावधान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री  रिज मैदान शिमला पर हिमाचल प्रदेश गृह रक्षा एवं नागरिक सुरक्षा के 62वें राज्यस्तरीय राइजिंग डे कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार गृह रक्षा बल को सुदृढ़ करने के लिए 700 रिक्त पदों को भरेंगी। इसके अतिरिक्त, पालमपुर और कांगड़ा इकाई परिसर में एसडीआरएफ मुख्यालय के निर्माण और संचार प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए धन आबंटित किया जाएगा। उन्होंने लोगों की सुविधा के लिए एसडीआरएफ नियंत्रण कक्ष में नए दूरभाष नम्बर स्वीकृत करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन की क्षमताओं में सुधार करने के लिए सभी जिला मुख्यालयों पर ड्रोन स्टेशन स्थापित करने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने आपदा के कुशल प्रबंधन में गृह रक्षा एवं नागरिक सुरक्षा कर्मियों के समर्पित कार्यों और प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य आपदा प्रबंधन बल के आधुनिकीकरण के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए आधुनिक उपकरण और पर्याप्त धनराशि आवंटित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में एसडीआरएफ के पास 5 किलोग्राम की क्षमता तक वजन उठाने में सक्षम ड्रोन है और आपदा के प्रबंधन की दिशा में अधिक क्षमता वाले ड्रोन की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाएगी।


लोगों को जागरूक करने के लिए चलेगा राज्य स्तरीय आपदा प्रबंधन जागरूकता अभियान
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की स्थिति के दौरान अधिक से अधिक जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आज से 6 जनवरी, 2025 तक राज्य स्तरीय आपदा प्रबंधन जागरूकता अभियान आरम्भ किया जाएगा और इसे जनभागीदारी से सफल बनाना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण प्राकृतिक आपदाओं से उत्पन्न चुनौतियों से सामुदायिक भागीदारी से सफलतापूर्वक निपटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि आपदा की तैयारियों को और अधिक सुदृढ़ करने के दृष्टिगत राज्य आगामी पांच वर्षों में राज्य की एक प्रतिशत आबादी को नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक के रूप में प्रशिक्षित करने की योजना तैयार कर रही है। गृह रक्षा ने पिछले एक दशक के दौरान लगभग 31 हजार बचाव एवं राहत अभियान संचालित किए हैं, जिसमें 3600 बहुमूल्य जीवन और 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक की सम्पति की रक्षा की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार एसडीआरएफ की अधोसंरचना में सुधार करने के साथ-साथ प्राकृतिक आपदा की स्थिति में गृह रक्षा को प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता के रूप में नामित कर रही है और एसडीआरएफ के अन्तर्गत एकीकृत किया जा रहा है ताकि त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में होमगार्डस की 74 कम्पनी कार्यालयों और 12 प्रशिक्षण केंद्रों को आपदा प्रतिक्रिया केंद्र के रूप में नामित किया गया है।


सरकार  अग्निशमन सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए निरंतर  कर रही प्रयास 
मुख्यमंत्री  सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार राज्य की अग्निशमन सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत दो वर्षों में नादौन, देहरा, इंदौरा और कोटखाई में चार नए अग्निशमन केंद्र स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि अग्निशमन सेवा विभाग में विभिन्न श्रेणियों के 240 पद सृजित किए गए हैं तथा विभाग की कार्यप्रणाली को सुदृढ़ बनाने के लिए 8 अग्निशमन वाहन खरीदने को स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अग्निशमन सेवाओं के विस्तार तथा आधुनिकीकरण के लिए हरसम्भव सहायता प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री ने मार्च पास्ट में नरेश शर्मा के नेतृत्व में शिमला बटालियन को सर्वश्रेष्ठ बटालियन पुरस्कार से सम्मानित किया और सर्वश्रेष्ठ यूनिट का पुरस्कार कंमाडेंट जनरल सतवंत अटवाल को मिला। इसके अलावा विनोद कुमार तथा दिवंगत प्रवीण कुमार को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया। दिवंगत प्रवीण कुमार का अवार्ड उनकी धर्मपत्नी मीरा देवी को प्रदान किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनियों का अवलोकन किया तथा उनमें गहरी रूचि दिखाई।
होमगार्ड कमांडेंट जनरल सतवंत अटवाल ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और विभाग की गतिविधियों से अवगत करवाया।  स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष आर.एस.बाली, उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक हरीश जनारथा, अजय सोलंकी, सुदर्शन बबलू, मलिंदर राजन, हरदीप सिंह बावा, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम, नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान, उप-महापौर उमा कौशल, पूर्व महापौर जैनी प्रेम और सोहन लाल, पार्षदगण, उपायुक्त अनुपम कश्यप, पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अभिषेक त्रिवेदी और पुलिस व होमगार्ड के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।



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