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सुक्खू सरकार का एक मात्र लक्ष्य होली लॉज मुक्त कांग्रेस करनाः जयराम ठाकुर


नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश सरकार अपने 2 वर्ष का कार्यकाल लड़खड़ाते, गिरते हुए पूरा कर रही है। पूरा प्रदेश हैरान और परेशान है कि इस 2 साल के कार्यकाल में सरकार ने प्रदेश को 20 साल पीछे धकेल दिया है।  शिमला में एक प्रेस कांफ्रेंस में जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार के 2 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं और सरकार के मंत्री एवं कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष को भी इसकी जानकारी नहीं है। यह साफ दिखता है कि सरकार और संगठन में तालमेल नहीं है। जयराम ने सुक्खू सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि इसका उद्देश्य होली लॉज मुक्त कांग्रेस करना है। इस सरकार के मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री भी मजबूर मंत्री बन के रह गए हैं। सरकार पर भ्रष्टाचारी और अराजकतत्वों का बोलबाला है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि जिन अधिकारियों का विरोध सुखविंदर सिंह सुक्खू करते थे,  सत्ता में आते ही सरकार का संचालन आपने उनके हाथ में दे दिया उन्होंने सवाल किया कि ऐसी क्या मजबूरियां रही।  आप  खनन का विरोध करते रहे और खनन को संरक्षण अपने ही दिया और जिन लोगों की ईडी में गिरफ्तारियां हुई वह लोग भी सरकार के करीबी माने जाते हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सबसे हैरानी की बात है कि सरकार दो साल का जश्न मनाने की बात कर रही है, सवाल यह है कि इतनी नाकामी का जश्न भी कैसे मनाया जा सकता है। यह पहली ऐसी सरकार है, जिसे कांग्रेस आलाकमान ने पहले साल ही नकार दिया था। सुक्खू सरकार के पहले साल के जश्न में कांग्रेस की सर्वेसर्वा प्रियंका गांधी शिमला में थी और जश्न में शामिल नहीं हुई थी। अच्छी बात यह है कि उन्होंने सरकार की नाकामी को जश्न के लायक नहीं समझा था।
 
दो साल में सरकार हर मोर्चे पर नाकाम रही
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार को 2 साल की उपलब्धियां गिनने की आवश्यकता है। उनकी उपलब्धियां कुछ इस प्रकार है। सरकार बहुमत में होने के बावजूद राज्यसभा सीट हारना, लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री, मंत्री, सीपीएस का अपने हलके में हार जाना। उपचुनाव में भाजपा का 25 सीटों से 28 पर पहुंच जाना। अपनी गारंटियों से मुँह मोड़ लेना। सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट में 300 यूनिट बिजली मुफ्त ना देना और 125 यूनिट बिजली बंद कर देना, 18 से 60 साल की महिलाओं को ₹1500 ना देना, युवाओं को रोजगार न देना उल्टा डेढ़ लाख पदों को समाप्त कर देना, गोबर दूध और युवाओं के लिए स्टार्टअप फंड उपलब्ध न करना। देश भर में जाकर हिमाचल में गारंटी पूरा करने का झूठ बोलना। जिससे कारण देश भर में कांग्रेस को नकार दिया जाना। चाहे वह पड़ोस का राज्य हरियाणा हो या महाराष्ट्र। मुख्यमंत्री तो बिना सोचे समझे फैसले लेते हैं और उनको वापस भी ले लेते हैं। पूरे देश में हिमाचल प्रदेश हंसी का पात्र बन गया है और आप अपनी कैबिनेट और मंत्रियों के माध्यम से केवल स्पष्टीकरण है देते फिर रहे हैं।
जयराम ठाकुर ने सरकार अपने सीपीएस को बचाने के लिए अभी तक 6 करोड़ का खर्च कर चुकी है और अब तो सुप्रीम कोर्ट में एक पेशी के 3 करोड रुपए दे रहे हैं, साथ ही आपके वकील भी स्टेट गेस्ट होते हैं।
 
कोर्ट की आड़ में होटलों को बेचने का हो रहा प्रयास
नेता विपक्ष ने कहा कि पर्यटन निगम के होटलों को बेचने की की साजिश की जा रही है। उन्होंने सवाल किया कि क्या इन होटल में केवल ऑक्युपेंसी ही एक मापदंड होता है, क्या होटलों में किसी अन्य कार्यों से इनकम नहीं होती। ऐसा प्रतीत होता है कि न्यायालय की आड़ में आप चोरी के रास्ते से इन होटल को बेचने का प्रयास कर रहे थे।
कर्मचारियों के खिलाफ प्रदर्शन करने के उपरांत आप उनको नोटिस देते हैं और प्रिविलेज मोशन भी लाते हैं, मीडिया की आवाज को दबाने का प्रयास करते हैं इस सरकार ने हिमाचल ऑन सेल के फट्टे लगा दिए हैं, यह हिमाचल ऑन सेल की शुरुआत है।
जयराम ठाकुर ने इस सरकार को फैसला पलटने वाली सरकार का खिताब दिया और ऐसे 10 फैसले भी गिनाए जिसमें टॉयलेट टैक्स, लगेज टैक्स, क्रेशर की अधिसूचना, वन मित्र इंटरव्यू, गेस्ट टीचर पॉलिसी का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि यह सरकार दो कदम आगे लेती है तो चार कदम पीछे चलती है। इस सरकार में न पेंशन समय पर, ना सैलरी समय पर मिलती है और अब तो 90000 करोड़ लोन का आंकड़ा भी सरकार ने पर कर लिया


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