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समग्र शिक्षा का ‘माई-ई स्कूल’ कार्यक्रम को लेकर प्रथम इन्फोटेक फाउंडेशन के साथ करार





हिमाचल प्रदेश के 500 स्कूल कार्यक्रम के तहत होंगे कवर

हिमाचल प्रदेश में डिजिटल शिक्षा के विस्तार और स्कूलों में तकनीक-आधारित शिक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से समग्र शिक्षा ने आज एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए प्रथम इन्फोटेक फाउंडेशन के साथ करार (एमओयू) किया है। इस करार पर समग्र शिक्षा की ओर से परियोजना निदेशक राजेश शर्मा और फाउंडेशन की ओर से सीईओ प्रेम यादव ने हस्ताक्षर किए।  इस अवसर पर समग्र शिक्षा के अधिकारी और फाउंडेशन की ऑपरेशनल लीड नसरीन खान भी उपस्थित रहीं।
इस करार के तहत प्रदेश के सरकारी स्कूलों में "माई ई-स्कूल" कार्यक्रम लागू करने का मार्ग प्रशस्त हुआ है, जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को गुणवत्तापूर्ण डिजिटल शिक्षा प्रदान करना, डिजिटल डिवाइड को कम करना और दैनिक शिक्षण प्रक्रिया में तकनीक के प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करना है। इस समझौते के तहत प्रथम इन्फोटेक फाउंडेशन हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के सिलेबस के अनुरूप कक्षा पहली से 10वीं तक के लिए उच्च गुणवत्ता वाला ई-कंटेंट तैयार करेगा। यह सामग्री ऑफलाइन मोड में उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे इंटरनेट कनेक्टिविटी की चुनौतियों के बावजूद सभी छात्रों को डिजिटल सीखने का समान अवसर मिल सकेगा।
माई ई-स्कूल मॉडल के अंतर्गत तैयार कंटेंट में विषय विशेषज्ञों द्वारा विकसित पाठ्य सामग्री, एनीमेशन, कहानी-आधारित प्रस्तुति और सरल व्याख्याएं शामिल होंगी, जिससे छात्रों के लिए सीखने की प्रक्रिया अधिक आकर्षक, रोचक और प्रभावी बन सकेगी। मार्च 2028 तक चलने वाला यह कार्यक्रम हिमाचल प्रदेश में डिजिटल शिक्षा को नई दिशा देने की क्षमता रखता है।


स्कूली शिक्षकों के लिए विशेष डिजिटल प्रशिक्षण
फाउंडेशन इस कार्यक्रम के अंतर्गत शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगा। इसका उद्देश्य शिक्षकों को डिजिटल उपकरणों और ई-कंटेंट के प्रभावी उपयोग के लिए सक्षम बनाना है, ताकि वे तकनीक को अपनी दैनिक कक्षा-शिक्षण में सहज रूप से शामिल कर सकें।


सीएसआर के तहत पूरी तरह निशुल्क होगा कार्यक्रम
इस परियोजना का सबसे उल्लेखनीय पहलू यह है कि इसे लागू करने में हिमाचल सरकार अथवा समग्र शिक्षा पर कोई अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा। पूरा कार्यक्रम कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के अंतर्गत प्रथम इन्फोटेक फाउंडेशन द्वारा पूर्णतः निशुल्क संचालित किया जाएगा।
इस कार्यक्रम को लागू करने के लिए फाउंडेशन चयनित विद्यालयों का सर्वेक्षण करेगा। प्राथमिकता उन स्कूलों को दी जाएगी, जहां स्मार्ट टीवी, इंटरैक्टिव पैनल आदि डिजिटल संसाधन पहले से उपलब्ध हैं। यह कार्यक्रम चरणबद्ध तरीके से लागू होगा। प्रथम चरण 2025-26 में सिरमौर, शिमला और सोलन जिलों में शुरू किया जाएगा। दूसरा चरण 2026-27 में चंबा, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल–स्पीति में लागू होगा, जबकि तीसरे चरण में वर्ष 2027-28 के दौरान प्रदेश के शेष जिलों को कवर किया जाएगा।


 स्कूली शिक्षा को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम: राजेश शर्मा

इस मौके पर समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने कहा कि समग्र शिक्षा और प्रथम इन्फोटेक फाउंडेशन के बीच हुआ यह करार हिमाचल की स्कूली शिक्षा को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। माई ई-स्कूल कार्यक्रम से जहां छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाला डिजिटल कंटेंट उपलब्ध होगा, वहीं शिक्षकों की डिजिटल दक्षता भी मजबूत होगी। उन्होंने भरोसा जताया कि यह पहल सरकारी स्कूलों में शिक्षण की गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी और बच्चों को टेक्नोलॉजी आधारित सीखने की आधुनिक मांगों के अनुरूप दक्ष बनाएगी।

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