बेईमान लोगों सस्पेंड करो, जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाओ, विधानसभा में बोले,सतपाल सत्ती
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्ष के काम रखो प्रस्ताव पर हुई सदन में चर्चा के दौरान भाजपा विधायक सतपाल सती ने तीखे तेवर दिखाए..उन्होंने भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को कोसने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी.. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र प्रमाण से नहीं लोकलाज से चलता है.. वह मंदिर में कसम खाने को तैयार है कि जो भी विधानसभा में कह रहे हैं सत्य कह रहे हैं.. उन्होंने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी के बुलडोजर मॉडल को सही राजनीति करार दिया.. उन्होंने कहा कि जिस किसी ने भी किसी भी सरकार के समय में भ्रष्टाचार किया है, ऐसे बेईमान लोगों को सस्पेंड करो. जेल की सलाखों तक पहुंचाओ, लेकिन कार्रवाई करनी ही होगी नहीं तो सभी माननीय के प्रति जनता में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है.. सत्ती ने कहा कि फिरौती देने के मामले पंजाब में सुनते थे लेकिन अब ऊना में भी सुनाई दे रहे हैं.. उन्होंने आरोप लगाया कि डेढ़ साल में एक पूर्व विधायक की संपत्ति 15 करोड़ से अधिक हो गई.. सरकार ने उनका लोन भी माफ कर दिया.. उन्होंने कहा कि इसके पेपर वो कहां से लाएं? हां अगर इतना पता होता कि सदन में मुद्दा उठेगा तो पूर्व विधायक के शपथ पत्रों को जरूर साथ लेकर आते.. उन्होंने कहा ऊना में 2 साल पहले विजिलेंस ने जिस तहसीलदार को विजिलेंस ने रिश्वत लेते रंगों हाथों पकड़ा था उसे ही मौजूदा सरकार ने 1 साल का सेवा विस्तार दे दिया. ..उन्होंने सवाल उठाया कि क्या तहसीलदार को सदन में लाऊं? उन्होंने आरोप लगाया कि ऊना में अवैध खनन लगातार हो रहा है लेकिन ना तो पुलिस अधिकारी कार्रवाई करते हैं और ना ही खनन अधिकारी.. डिप्टी सीएम जरूर मामले को उठाते हैं लेकिन सरकार इनकी बातों को भी गंभीरता से नहीं ले रही है..सत्ती के अनुसार आखिर सदन के भीतर दोनों पक्ष आपस में कब तक लड़ते रहेंगे? इसलिए भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करनी बहुत जरूरी है..
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